हिंदी विभाग, पंजाब विश्वविद्य़ालय़ से प्रकाशित होने वाली 'परिशोध' एक प्रतिष्ठित साहित्यिक शोध-पत्रिका (हिंदी) है। 'परिशोध' का प्रथम अंक सन् 1964 में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के संपादकत्व में निकला। इस अंक में डॉ. वासुदेवशरण अग्रवाल, इंद्रनाथ मदान, लल्लनराय, हरवंशलाल शर्मा, गंगाप्रसाद विमल जैसे विद्वानों के लेख तथा गणपतिचंद्र गुप्त द्वारा दिया केशवदास का जीवन परिचय सम्मिलित था।
सन् 1964 से इस शोध पत्रिका में निरंतर शोध-पत्र प्रकाशित होते रहें हैं। अभी तक परिशोध के 65 अंक प्रकाशित हो चुके हैं। परिशोध एक राष्ट्रीय स्तर की हिंदी की साहित्यिक शोध-पत्रिका है जिसका प्रकाशन वर्ष में एक बार किया जाता है।
पत्रिका का ISSN No. 2347-6648 है। इसे यू.जी.सी. द्वारा प्रमाणित पत्रिकाओं की सूची में भी शामिल किया गया है। पत्रिका में शोध-पत्र प्रकाशन हेतु किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता। शोध-पत्र के स्तर के अनुरूप उसे पत्रिका में स्थान दिया जाता है जिसका निर्धारण परामर्श मंडल तथा संपादक मंडल द्वारा किया जाता है।